Volvo कंपनी ने किया EV पासपोर्ट को शोकेस, जल्द ही किया जायेगा जारी

क्या है EV पासपोर्ट

वॉल्वो एक जानी मानी और लीडिंग ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर है, जो की ग्लोबली अपनी गाड़ियों की सेफ्टी के लिए जानी जाती है। यह कंपनी ने अब इलेक्ट्रिक व्हीकल उद्योग में एक बड़ा कदम रखा है। यह कंपनी ने दुनिया का पहला EV पासपोर्ट ग्लोबली शोकेस किया है। यह इनोवेटिव डॉक्यूमेंट अब जल्द ही वॉल्वो की नई फ्लैगशिप EX90 SUV के साथ डेब्यू करता दिखने वाला है। आइये जानते है की क्यों है यह EV बैटरी पासपोर्ट इतना खास।

इलेक्ट्रिक व्हीकल का पासपोर्ट असल में इंसानी पासपोर्ट से प्रेरित होक बनाया जायेगा। यह पासपोर्ट बैटरी का पहचान पत्र का काम करेगा। इस पासपोर्ट को वॉल्वो कंपनी circulor नमक एक UK आधारित स्टार्टअप के साथ मिलके बनाएगी। यह कंपनी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी और सप्लाई चैन मैपिंग के लिए जानी जाती है। इस पासपोर्ट के मदद से ग्राहकों को बैटरी के कम्पोजीशन की जानकारी देखने को मिल जाती है। इस पासपोर्ट के मदद से आपको यह भी पता चलेगा की गाडी की बैटरी में कोनसा रॉ मटेरियल का प्रयोग किया गया है, उसे कहा से लिया गया है और इसमें रीसायकल कंटेंट किनता है।

पारदर्शिता को बढ़ावा

EV पासपोर्ट
EV पासपोर्ट

वॉल्वो कंपनी अब इस EV पासपोर्ट का इस्तेमाल कर अपने सस्टेनेबिलिटी के कमिटमेंट को पारदर्शित करेगी। इस EV बैटरी पासपोर्ट के मदद से अब ग्राहकों को उनके लिए नई इलेक्ट्रिक गाडी खरीदने में और भी ज्यादा मदद मिलेगी। क्युकी अब ग्राहक खुद से इस बात की पुष्टि कर पाएंगे, की कोनसी गाडी की बैटरी कितना कार्बन फुटप्रिंट पैदा करती है। यह फुटप्रिंट असल में उन ग्रीनहाउस गैस के एमिशन की जानकारी देता है, जो की इस बैटरी को बनाते वक्त और रॉ मटेरियल को निकलते वक्त हुआ होता है।

क्या होगा फायदा

EX90
EX90

इस इलेक्ट्रिक व्हीकल पासपोर्ट के कारण अब ग्राहकों को न केवल बैटरी की जानकारी प्राप्त होगी, बल्कि यह पासपोर्ट के होने से अब कंपनी की ग्राहकों के पार्टी एकाउंटेबिलिटी भी बढ़ेगी। जब ग्राहक यह बात को ट्रैक कर पाएंगे, की बैटरी का मटेरियल कहा से लिया गया है, तो कोई भी कंपनी गलत तरीको से इन रॉ मटेरियल को प्राप्त नहीं कर पायेगी। ऐसा होने से चाइल्ड लबोर, और गैर कानूनी माइनिंग से हो रही पर्यावरण ही हानि को भी कम किया जा सकेगा।

शुरुवाती दौर में वॉल्वो कंपनी केवल EX90 पे ही अपने इस EV पासपोर्ट वाले प्लान को अमल करेगी। लेकिन फिर धीरे धीरे वक्त के साथ और सफलता को देख, यह कंपनी अपनी अन्य गाड़ियों के साथ के लिए भी EV पासपोर्ट को जारी करेगी। वॉल्वो की यह पहल पुरे ही EV लाइनअप में पारदर्शिता को बढ़ाएगी और साथ ही सही बैटरी सोर्सिंग प्रैक्टिस को भी इंडस्ट्री में प्रमोट करेगी। EV पासपोर्ट से वोवलो कंपनी भी अपने कार्बन फुटप्रिंट को ट्रैक कर, एनवीरोमेन्टल इम्पैक्ट को कम करने के लिए नई स्ट्रेटेजी बना पायेगी।

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